Bihar : सुपौल के छातापुर में आयोजित दो दिवसीय अजमते कुरआन कांफ्रेंस
सुपौल -जिले के छातापुर मुख्यालय पंचायत स्थित मदरसा अबु हुरैरा नरहैया में आयोजित दो दिवसीय अजमते कुरआन कांफ्रेंस व दस्तारबंदी हुफ्फाजेकराम का समापन सोमवार को दुआ के साथ हुआ। कांफ्रेंस की अध्यक्षता मुफ़्ती अंसार कासमी और संचालन मुफ्ती मो असलम कासमी ने किया।

हमेशा परिवार व समाज में बड़ों का करें आदर, कुरआन इंसानियत व मुहब्बत का देती है पैगाम : ओलमा ए केराम
सुपौल -जिले के छातापुर मुख्यालय पंचायत स्थित मदरसा अबु हुरैरा नरहैया में आयोजित दो दिवसीय अजमते कुरआन कांफ्रेंस व दस्तारबंदी हुफ्फाजेकराम का समापन सोमवार को दुआ के साथ हुआ। कांफ्रेंस की अध्यक्षता मुफ़्ती अंसार कासमी और संचालन मुफ्ती मो असलम कासमी ने किया। इस दौरान मुल्क में अमन, चैन व तरक्की के साथ आपसी भाईचारे के लिए दुआ मांगी गई। वहीं मदरसा परिसर से पश्चिम में ओलमा ए केराम के अलावा छातापुर मुखिया बीवी साजदा खातून, समाजसेवी मकसूद मसन आदि के द्वारा इदगाह की बुनियाद रखी गई। समापन से पूर्व मदरसा से कुरआन ए पाक में हिब्ज मुकम्मल करने वाले दो छात्रों यथा मो नफीस एवं मो मसूद को हाफिज की दस्तारबंदी की गई।
मौके पर वक्ताओं ने अपने तकरीर में कुरआन की अहमियत को विस्तार से बताया और उसकी आयतों को जीवन में उतारने की नसीहत दी। बताया कि कुरआन ए पाक में कहा गया है कि परिवार और समाज में हमेशा बड़ों का आदर करें, कुरआन हमें इंसानियत और मुहब्बत का पैगाम देती है। अपने रब की इबादत करने और माता पिता का एहतराम करने के लिए सिखलाती है। इसलिए कुरआन और जहां भी कुरआन ए पाक की तिलावत की जाती है उसकी हिफाजत जरूर करें। मौके पर अपने और आस पड़ोस के बच्चों को तालीम देने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया।
कुरआन इंसानियत व मुहब्बत का देती है पैगाम : ओलमा ए केराम
आयोजन के दौरान शायर कैसर अली राणा एवं मौलाना मो सिराज दरभंगवी ने अपनी प्रस्तुति से शमां बांध दिया। ” मिलके सारे हिंदू मुसलमां दुश्मनों पर वार कीजिए, नफरतों को छोड़ दीजिए और सिर्फ प्यार-प्यार कीजिए, एहतराम मंदिरों का हो और मस्जिदों की इज्जतें, दिल किसी का नहीं दुखे वो राह इख्तियार कीजिए ” आदि शायरी व गजल ने जलसा में शमा बांधा।
इस मौके पर मुफ्ती अब्दुल कैयूम साहब, मौलाना मो मरगुब नदवी, मुफ्ती मो अमानुल्लाह कासमी, मौलाना मुबारक, मौलाना कमरूद्दीन चतुर्वेदी, मौलाना गुलाम रसुल, मौलाना साबिर, मौलाना नूर आलम, मौलाना मुख्तार, मौलाना शोएब ने आयोजित जलसा में तकरीर किया।
मौके पर मुखिया प्रतिनिधि मकसूद मसन, जदयू नेता फेकनारायण मंडल, राजद नेता अब्दुल जलील, हाफिज नसीम इकबाल, एचएम अबूजर गफ्फारी, अमित बहरखेर, मो साबीर, बंटी यादव आदि मौजूद थे। वहीं आयोजन को सफल बनाने में मो हीरा, मदरसा के मोहतमिम कारी असगर अली, हाफिज मो सोहराब, हाफिज इनायतुल्लाह, मौलाना एहसान, कारी मो तौहीद, कारी मो समीर, मौलाना सदरे आलम, मौलाना मो इजराइल, हाफिज जिबराइल आदि का सराहनीय योगदान रहा।