आर्थिक मोर्चे पर भारत के नाम रहेगी यह सदी: कांत
आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए एक के बाद एक लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में देश की आर्थिक वृद्धि आठ फीसद से ऊपर रहने और राजकोषीय घाटे में सुधार से आर्थिक विशेषज्ञ हैरान हैं।
इस बीच भारत के जी-20 शेरपा और सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत अब दुनिया की महाशक्ति बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। अर्थव्यवस्था के विस्तार में डिजिटल अभियान क्रांतिकारी कदम साबित हो रहा है। साल 2047 तक भारत दुनिया की सुपर पावर बन जाएगा। यह सदी भारत के नाम रहेगी।
श्री कांत ने राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में आयकर विभाग के प्रधान आयुक्त प्रताप सिंह की किताब ‘इंडिया ओडिसीः फ्रॉम ए डेवलेपमेंट कंट्री टू एन इमर्जिंग सुपरपावर’ का विमोचन करते हुए कहा कि एक दशक पहले भारत 5 नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शुमार था। लेकिन आर्थिक सुधारों के जरिए यह महज पांच साल में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि 8.2 फीसद और राजकोषीय घाटा कम होकर जीडीपी के 5.6 फीसद पर आना भारत के विकास के लिए शुभ संकेत है। आज दुनिया भारत की ओर देख रही है।
उन्होंने कहा है कि अब दुनिया की शीर्ष एजेंसियां भारत के आर्थिक प्रदर्शन पर सकारात्मक रुख अपना रही हैं। आईएमएफ ने कहा है कि भारत अगले दशक में दुनिया की आर्थिक वृद्धि में करीब 20 फीसद का योगदान देगा। साल 2047 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 35 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। अगले पांच साल में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और तीस सबसे बड़ा शेयर बाजार बन जाएगा। विकास के इस सफर में डिजिटल पेमेंट प्रणाली अहम भूमिका निभा रही है।उन्होंने कहा कि आयकर विभाग के प्रधान आयुक्त प्रताप सिंह की “भारत का सफरः एक विकासशील देश से एक उभरती हुई महाशक्ति तक” पुस्तक नीति निर्माताओं और विश्लेषकों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था, नीति और राजनीतिक अर्थव्यवस्था के छात्रों के लिए भी मददगार होगी। जो लोग भारत के आर्थिक इतिहास में रुचि रखते हैं और यह जानना चाहते हैं कि भारत दुनिया की महाशक्ति कैसे बन सकता। उन्हें यह पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए। इस पुस्तक में भारतीय अर्थव्यवस्था के पिछले तीन दशक के सफर को बहुत ही रोचक और आसान शब्दों में पिरोया गया है।
श्री सिंह की यह पिछले दो साल में दूसरी किताब है। उनकी पहली किताब “रिफॉर्म्स इन टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन” बाजार में काफी सराही गई है। अपनी नई रचना के बारे में श्री सिंह कहते हैं कि इस किताब में भारतीय अर्थव्यवस्था की शुरुआत से अब तक का शोध के साथ तथ्यात्मक ब्योरा दिया गया है। भारत 2047 तक दुनिया सुपर पावर कैसे बनेगा? इसका विस्तार से उल्लेख किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि साल 2045 तक भारत की जीडीपी 30 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी। इस आधार पर प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 20 हजार डॉलर हो जाएगी जो अभी तीन हजार डॉलर के स्तर पर है। इस तरह भारत अगले 20 साल में विकसित राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत का समय अब शुरू हो गया है। उनकी इस किताब में भारत की माटी की खुशबू है।पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी बिनय कुमार सिंह, 16वें वित्त आयोग के सदस्य एएन झा, जीएसटी नेटवर्क के सीईओ मनीष सिन्हा और टैक्स अपीलेट ट्रब्यूनल के न्यायाधीश दिलीप गुप्ता ने भी संबोधित किया।