जेसीबी से रैयतों के फसल लगी जमीन में मिट्टी काटने के दौरान उखाड़े गए पेड़ों का वन रक्षक ने लिया जायजा
Bihar News : छातापुर के राजेश्वरी पूर्व पंचायत का मामला, कथित आरोपी प्रखंड प्रमुख पुत्र से किया गया सवाल तो जवाब आया सहमति से उखाड़े गए पेड़
जेसीबी से रैयतों के फसल लगी जमीन में मिट्टी काटने के दौरान उखाड़े गए पेड़ों का वन रक्षक ने लिया जायजा!
सुपौल – छातापुर प्रखंड के राजेश्वरी पूर्व पंचायत में सड़क निर्माण को ले रैयतों की फसल लगी जमीन में जेसीबी से मिट्टी काटने व हरे भरे पेड़ को उखाड़े जाने के मामले में बुधवार को वन विभाग के कर्मियों ने स्थलीय निरीक्षण किया है। वन रक्षक मिथिलेश कुमार सिंह ने एक अन्य सहयोगी के साथ स्थल पर पहुंचकर पीड़ित रैयतों से जानकारी ली और जेसीबी से उखाड़े गए हरे भरे पेड़ों का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने मोबाइल से प्रखंड प्रमुख पुत्र अजय सरदार से मामले की हकीकत जाननी चाही तो उन्होंने हरे भरे पेड़ों के कटने की बातें स्वीकार की है।
मोबाइल वार्ता के दौरान बताया गया कि सड़क के बेस में उन्हें 27 फीट चाहिए जिसका टॉप 17 फीट होगा। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इसके लिए उन्होंने हरे भरे पेड़ क्यों उखाड़े तो उनका जवाब था कि ये स्थानीय लोगों की सहमति से लिया गया निर्णय है। वन रक्षक श्री सिंह ने जब सहमति की लिखित प्रति दिखाने को कहा तो ऐसा कुछ भी तत्काल प्रस्तुत नहीं किया गया। पीड़ित रैयतों ने बताया कि स्थलीय मुआयना के लिए आए वन रक्षक ने उन सभी को विधि सम्मत कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। पीड़ित रैयतों ने बताया कि वन कर्मियों के स्थल से चले जाने के बाद अजय सरदार गांव पहुंचे और अपने चंद खास लोगों से सहमति का आवेदन बनाया है जो वे वन विभाग के समक्ष प्रस्तुत करने वाले हैं। कुल मिलाकर स्थिति पर गौर करें तो रैयतों के साथ कथित दबंगई दिखाने के बाद अब असरो रसूख का खेल चल रहा है।
मामला रविवार की रात का है जब देर रात 11 बजे से दो बजे तक जेसीबी चलाकर रैयतों की जमीन में लगी फसल को क्षति पहुंचाई गई। सोमवार को पीड़ित रैयतों ने प्रखंड व अंचल सहित मनरेगा कार्यालय व स्थानीय थाने में आवेदन देकर जांचोपरांत कार्रवाई की मांग रखी। इस बीच बुधवार को वन विभाग ने तो स्थलीय निरीक्षण किया, लेकिन प्रखंड व अंचल कार्यालय से कोई आवेदन मिलने के बाद भी स्थल तक पहुंच झांकने की जहमत नहीं उठाई। ऐसे में शासनिक निष्पक्षता पर सवाल उठना लाजिमी है।
संदर्भ में ये स्पष्ट हो चला है कि इस मामले में अब तक जिस प्रकार की गतिविधि अपनाई गई है मिलीभगत की ओर इशारा कर रहा है। स्थलीय निरीक्षण के बाबत पूछने पर वन रक्षक श्री सिंह ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया है। सड़क निर्माण के दौरान पेड़ काटे गए हैं। सीओ छातापुर ने स्थलीय निरीक्षण के लिए शुक्रवार का समय दिया है। सीओ के रिपोर्ट के आलोक में आगे की कार्रवाई की जाएगी।