सुपौल की बेटी सृष्टि बनी सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला ऑन रिकॉर्ड एडवोकेट

सुपौल- जिले के बलुआ बाजार निवासी संजय मिश्र की पुत्री व पूर्व रेल मंत्री स्व.ललित नारायण मिश्र की पौत्री सृष्टि मिश्र ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा में सफलता अर्जित कर जिला वासियों का मान बढ़ाया है।

सुपौल की बेटी सृष्टि ने सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला ऑन रिकॉर्ड एडवोकेट बनकर जिले का बढ़ाया मान

सुपौल– जिले के बलुआ बाजार निवासी संजय मिश्र की पुत्री व पूर्व रेल मंत्री स्व.ललित नारायण मिश्र की पौत्री सृष्टि मिश्र ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड परीक्षा में सफलता अर्जित कर जिला वासियों का मान बढ़ाया है। इस उपलब्धि को हासिल करने वाली सृष्टि मिश्र अपने गांव व जिला से सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला अधिवक्ता बनीं हैं। दूरभाष पर जानकारी देते हुए सृष्टि मिश्रा ने बताया है कि नियमानुसार एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनने के लिए किसी अधिवक्ता को चार वर्ष की वकालत और एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करना होता है। यह परीक्षा काफी कठिन है और इसे पास करने के लिए काफी परिश्रम की आवश्यकता होती है। 

यह परीक्षा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आयोजित किया जाता है और इस परीक्षा को पास करने पर ही सर्वोच्च न्यायालय में मामला दायर करने के लिए अधिवक्ता को अनुमति प्राप्त होती है। वहीं उनके भाई अधिवक्ता सुमित मिश्र ने बताया कि सृष्टि की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार तो गौरवान्वित है ही, साथ ही उन्होंने अपने गांव, समाज सहित पूरे जिले का नाम रोशन किया है। कहा कि सृष्टि के इस उपलब्धि से गांव की लड़कियों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।

सृष्टि ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरु व सीनियर एडवोकेट रुचि कोहली, हर्षवर्धन झा और युगांधरा झा को दिया है। सृष्टि की इस उपलब्धि पर बलुआ बाजार के मुखिया रामजी मंडल, वयोवृद्ध समाज सेवी जयकृष्ण गुरुमैता, रौशन बड़बरिया, विकास गौतम, दीपू दत्ता, निखिल सौरभ, रमैया झा, अश्विनी झा आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button