13 साल में बना ट्विन टावर पलक झपकते हुआ जमींदोज
नोएडा सेक्टर 93A में 13 साल में बने ट्विन टावर को रविवार दोपहर 2.31 बजे गिरा दिया गय। अनुमान के मुताबिक यह इमारत करीब 9 से 10 सेकंड के समय में जमींदोज हो गई । बिल्डिंग गिरते ही चारों ओर मलबे का धुआं ही धुआं देखने को मिला ट्विन टावर को गिराने का ट्रिगर बलास्टर चेतन दत्ता के हाथ में थ। वही मीडिया से बात करते हुए बलास्टर चेतन दत्ता ने बताया कि वे ट्विन टावर से महज 70 मीटर की दूरी पर थे।
उन्होंने बताया, “आधे घंटे पहले साइरन बजा दिया गया था. हम पांच लोग आपस में एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे. सिर्फ हम एक दूसरे का चेहरा देख रहे थे. बटन दबाने के बाद जैसे ही मैं देखने के लिए खड़ा हुआ तो वहां पर बिल्डिंग नहीं सिर्फ धुआं था. मैं वहां से सिर्फ 70 मीटर दूर था. 9 से 10 सेकेंड में पूरी बिल्डिंग क्रैश कर गई. जैसा हमने सोचा था, बिल्कुल वैसा ही हुआ। ”
चेतन दत्ता ने बताया कि उनकी टीम में दस लड़के, सात विदेशी एक्सपर्ट और 20 से 25 एडिफिस के इंजीनियर थे।
साथ ही चेतन दत्ता ने बताया कि इमारत गिरने के बाद उन्होंने धुल के बैठने का इंतजार नहीं किया. उन्होंने जेब से मास्क निकाले और बिल्डिंग की तरफ भाग। उन्होंने बताया, “हमारी पहली चिंता एमरेल्ड कोर्ट थी, उसे चेक किया, वो पूरी तरह सुरक्षित था. एटीएस की तरफ हल्के से पत्थर गिरने पर कंपाउंड की दीवार तीन से चार मीटर तक टूटी है। ”