हैडमास्टर की मेहनत लाई रंग, निखिल का बना दिव्यांगता प्रमाण पत्र
सोलन
सोलन जिला के हाई स्कूल सकोड़ी में कार्यरत हैडमास्टर रमेश लाल के प्रयासों से स्कूली छात्र निखिल का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बना। रमेश को इस बात का संतोष है कि उनके प्रयास से किसी दिव्यांग को उसका हक मिला।
जानकारी के अनुसार सोलन जिला के कंडाघाट उपमंडल के हाई स्कूल सकोड़ी में रमेश लाल ने बतौर हैडमास्टर 20 दिसंबर से 19 जुलाई 2021 तक अपनी सेवाएं दी। वर्तमान में रमेश लाल सोलन जिला के हाई स्कूल दंघील में सेवारत है।
इस दौरान निखिल सपुत्र सुरेंद्र कुमार स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र था। स्पेशल बच्चा होने के कारण, जब भी वह खेल के मैदान में जाता तो अक्सर गिर जाता। हैडमास्टर रमेश लाल ने इस पर संज्ञान लिया। उस बच्चे को अपने पास बुलाकर पूछा कि बेटा तेरा दिव्यांगता प्रमाणपत्र है या नहीं। उसके पिता सुरेंद्र कुमार से भी इस बारे में संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि बच्चे का दिव्यांगता प्रमाणपत्र बना ही नहीं। इस पर हैडमास्टर ने खुद उसका दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने का बीड़ा उठा लिया। परिवार के सदस्यों के साथ उसे सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में लाया गया। स्वास्थ्य विभाग की सारी औपचारिकताएं की गई। रमेश लाल की मेहनत रंग लाई और अब निखिल को दिव्यांगता प्रमाणपत्र मिला। उसके परिजन भी इससे खुश है।