हिमाचल में 450000 किसान क्रेडिट कार्ड हैं- डॉ भागवत

शिमला
भारत सरकार के वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत कराड ने भाजपा राज्य मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल को बेहतर तरीके से सेवा देने के लिए राज्य में बैंकों और सार्वजनिक उपक्रमों के साथ कई बैठकें की गईं।
 उन्होंने कहा कि 4 ग्रामीण क्षेत्र बैंकिंग ढांचे से नहीं जुड़े हैं, मैंने बैंक संवाददाताओं से अनुरोध किया है कि वह इन गांवों में दिन में 4 घंटे बैठकर काम करेगे। यह पहल इन गांवों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ेगा।
 उन्होंने कहा कि 3500 रेहड़ी-पटरी वालों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया है, जिसके तहत उन्हें अपने व्यवसाय के लिए 10000 से 50000 तक की राशि उनको मिलती हैं, यह पंजीकरण कम है, हम इसे जल्द ही बढ़ाएंगे।
 हिमाचल में 450000 किसान क्रेडिट कार्ड हैं, हम गांवों में सोसायटियों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाएंगे जो इन खातों की संख्या फिर से बढ़ाएंगे।
 उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों की वित्तीय साक्षरता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और नाबार्ड के माध्यम से हम ऐसे साक्षरता स्तर को बढ़ाने के लिए गांव-गांव जाएंगे।  हम ब्लॉक स्तर पर वित्तीय साक्षरता बढ़ाने के लिए 12 जिलों के लिए 12 वैन उपलब्ध कराएंगे।
 उन्होंने कहा कि हमने 30 सितंबर तक सभी के लिए बैंक खातों को खोलने के लिए अभियान शुरू किया है और इस अभियान के अंतर्गत हमारा ध्यान नए मतदाताओं पर रहेगा।
 उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय बहुत अच्छी है और इससे पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्रों में काम करके बढ़ाया जाएगा।
 उन्होंने कहा कि हिमाचल में डबल इंजन सरकार, जनता की चहुंमुखी समृद्धि के लिए काम कर रहा है।
 आने वाले समय में हिमाचल में सुनहरे दिन देखने को मिलेंगे।
 उन्होंने कहा कि सांसद सुरेश कश्यप ने ग्रामीण क्षेत्रों में और शाखाएं खोलने का अनुरोध किया है और हम ऐसी शाखाएं खोलने के लिए सर्वेक्षण करेंगे।
 उन्होंने कहा कि किसी भी बैंक का निजीकरण नहीं किया जाएगा, इसके लिए ऐसा कोई एजेंडा नहीं है।
 उन्होंने कहा कि हमने जन समर्थ ऐप शुरू किया है जिसके द्वारा लोग ऑनलाइन ऋण प्राप्त कर सकते हैं जिसके तहत बैंक आपसे संपर्क करेंगे।  जनता को इसके लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
 इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और प्रदेश महासचिव त्रिलोक जामवाल भी मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button