हिमाचल में एल्बेंडाजोल खिलाने के दौरान बच्ची की मौत:

हिमाचल के कांगड़ा स्थित पालमपुर के भवारना में सोमवार को राष्ट्रीय डी-वार्मिंग डे के उपलक्ष्य में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई खिलाने के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई है। दवा पिलाने के दौरान बच्ची की श्वास नली में दवा जाने से हालत बिगड़ी थी। जिसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार भवारना के साथ लगती बारी पंचायत के चंजेहड़ आंगनबाड़ी केंद्र में यह घटना हुई। सोमवार को पूरे प्रदेश में हर आंगनबाड़ी व स्कूलों में बच्चों के पेट के कीड़े मारने की दवाई (एल्बेंडाजोल) खिलाई गई थी। इसी कड़ी में चंजेहड़ गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में भी दवाई खिलाई जा रही थी। इस दौरान बच्ची दवा न पीने की जिद करने लगी। जिसके बाद बच्ची की मां भी उसे दवा पिलाने लगी।दवाई पीने के दौरान बच्ची ने उल्टी कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दवाई पिलाने के समय बच्ची रो रही थी और रोते-रोते चुप हो गई। जिसके बाद बच्ची को सिविल हॉस्पिटल भवारना में उपचार के लिए ले जाया गया। परंतु डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सिविल हॉस्पिटल भवारना के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. वरुणा ने बताया कि जब इस बच्ची को अस्पताल में लाया गया तो उसकी धड़कन न होने के कारण वह ब्रॉड डेड ही थी। तमाम कोशिशों के उपरांत उसका सीपीआर भी किया गया, लेकिन वो रिवाइव नहीं हो पाई। इस बारे में CMO धर्मशाला डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित की है।
उन्होंने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार उस आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चे को दवाई पिलाने के उपरांत उसने उल्टी कर दी, जिस कारण यह घटना घटी। फिर भी इसकी जांच पड़ताल की जाएगी।