हिमाचल प्रदेश में महाशिवरात्रि के पर्व पर, पूरा हिमाचल शिवमय हो गया है।


हिमाचल प्रदेश में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राज्य की शक्तिपीठों श्रीनयना देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, बज्रेश्वरी और आदि हिमानी मां चामुंडा के मंदिरों के अलावा शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। भक्त भगवान भोलेनाथ को जल, बेलपत्र, फल आदि चढ़ाने और उनके दर्शन के लिए सुबह से मंदिरों में पहुंच रहे हैं। पूरा हिमाचल शिवमय हो गया है। देवभूमि के मंदिर हर-हर महादवे के जयकारों से गूंज उठे हैं। चंबा जिले के चौरासी मंदिर परिसर में भगवान धर्मराज के मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है।
यहां भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने भक्त बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। चौरासी मंदिर में मणिमहेश लिंग की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। वहीं, साहो के ऐतिहासिक चंद्रशेखर मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्त भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे भक्त एक किलोमीटर लंबी लाइन में इंजतार करते रहे।
राजधानी शिमला में सुबह सात बजे तक अधिकांश शिवालयों के कपाट दर्शनों के लिए खोल दिए गए। शिव के रुद्राभिषेक करने के लिए लोग हाथों में जल का लोटा और दूध लेकर कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। आठ बजे तक कालीबाड़ी मंदिर, मिडल बाजार, विकासनगर, पंथाघाटी, बड़ागांव, मल्याना, ढली और घणाहट्टी के शिव मंदिर चौंरीधार में लोगों ने कतारों में खड़े होकर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए तथा पूजा अर्चना की।
मंदिर में आए भक्तों के लिए पकौड़े तथा अन्य प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान मंदिरों में दिनभर मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी… शिव कैलाशों के वासी भजनों पर लोग नाचते रहे। शहर के मंदिरों को फूलों व बिल्व पत्रों से सजाया गया था। इसके अलावा मंदिरों के बाहर बिल्व पत्र और फल भी बेचे जा रहे थे।