हिमाचल प्रदेश डेंटल हेल्थ वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य आज मंडी में के सर्किट हाउस में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी से प्रातः काल मिले।
गत 5 वर्षों में एक भी डेंटल सर्जन की पोस्ट ना निकाले जाने पर अपना दुख एवं रोष प्रकट किया।सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ श्वेता डोगरा ने मुख्यमंत्री जी को मौजूदा स्थिति से अवगत कराया एवं उनको बताया कि गत 5 वर्षों में 1500 से ज्यादा दंत चिकित्सक प्रदेश में जुड़ चुके हैं
एवं लगभग प्रदेश में 2000 बेरोजगार दंत चिकित्सक आज हताश और मायूस है।यह ना केवल दंत चिकित्सकों बल्कि प्रदेश की भोली-भाली 80% गरीब जनता के साथ भी एक खिलवाड़ है जो महंगा इलाज नहीं करवा सकते।मुख्यमंत्री जी से उुन्होने प्रश्न किया कि जब स्वास्थ्य विभाग में इतनी नियुक्तियां की जा रही है तो ऐसे में प्रदेश सरकार का दंत चिकित्सकों के प्रति यह नकारात्मक रवैया क्यों है?
ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि क्या सरकार केवल कॉलेज खोलने तक ही सीमित है?क्या पढ़े-लिखे डॉक्टर्स को रोजगार देने में असमर्थ है? उन्होंने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि उन्हें प्रदेश के दंत चिकित्सकों का संज्ञान लेना चाहिए एवं हर बार नियुक्तियों पर
बजट नहीं है यह कहकर प्रदेश के दंत चिकित्सकों के साथ अन्याय नहीं करनी चाहिए ।उन्होंने मुख्यमंत्री जी को याद दिलाया कि 2019 में स्वयं मुख्यमंत्री जी ने विधानसभा सदन में यह आश्वासन दिया था कि 200 पीएचसी में दंत चिकित्सकों की नियुक्तियां की जाएंगी जबकि यह खोखले वादे निकले।मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सकों की बात को ध्यान पूर्वक सुनी एवं आश्वासन दिया कि जल्द ही इस पर कोई कार्यवाही की जाएगी।इस मीटिंग में डॉ केशव गर्ग,डॉ हर्ष ठाकुर,डॉ कुसुम,डॉ शिवानी गांधी,डॉ नेहा,डॉ पल्लवी,डॉ हिना मुख्य रूप से शामिल हुए।