हिमाचल किसान सभा का 16वां राज्य सम्मेलन संपन्न
• सम्मेलन में प्रदेश के प्रमुख मुद्दों पर पारित किए 6 प्रस्ताव।
• सम्मेलन में 37 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन
• डॉ. कुलदीप सिंह तंवर फिर से संभालेंगे राज्याध्यक्ष की कमान, होत्तम सोंखला होंगे राज्य महासचिव तथा सत्यवान पुण्डीर को राज्य वित्त सचिव की पुनः जिम्मेदारी।
• 5 अगस्त को सेब उत्पादक संघ के सचिवालय पर प्रदर्शन का किसान सभा करेगी समर्थन।
हिमाचल किसान सभा के 16वें राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन प्रदेश के 6 प्रमुख मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किये गए जिनमें 1) सेब की खेती पर संकट, 2) दूध के दाम एवं पशुपालन, 3) सब्जी उत्पादन से जुड़े मुद्दे, 4) मनरेगा, 5) सार्वजनिक सेवाओं की मजबूती तथा 6) भूमि अधिग्रहण प्रभावितों के मुद्दे आदि शामिल हैं।
सेब उत्पादक संघ के पूर्व राज्य सचिव तथा ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ सेब पर संकट के प्रति चिंता ज़ाहिर की। सिंघा ने बताया कि आज किसान-बागवान 1987 एवं 1990 की तर्ज पर लामबंद होने शुरू हुए हैं। क्योंकि सरकार ने कार्टन, ट्रे, खाद, कीटनाशकों की कीमतों में भारी वृद्धि करके ऊपर से GST बढ़ा दिया। ऐसे में किसानों के पास संघर्ष के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। किसानों ने 5 अगस्त को प्रदेश सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन करने का फैसला किया है, सिंघा ने प्रदेश के किसानों से इसे सफल बनाने की अपील की है।
इस मौके पर अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय सह सचिव डॉ. विज्जू कृष्णन तथा राष्ट्रीय महासचिव हन्नन मौला ने भी प्रतिभागियों को सम्बोधित किया।
डॉ. विज्जू कृष्णन ने केंद्र सरकार की 2022 तक किसानों की आय को दुगना करने के दावे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केवल कोरे नारे देने से किसानों की स्थिति नहीं बदलने वाली। सरकार किसानों को गुमराह करती है और बड़े उद्योगपतियों को लाभ देती है, इन नीतियों को हमारे आम किसानों को समझना होगा और एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। डॉ. विज्जू ने फसल आधारित संगठनों को सक्रिय करने व व्यापक आंदोलन विकसित करने का आह्वान किया।
राष्ट्रीय महासचिव हन्नन मौला ने हिमाचल इकाई से आने वाले समय में देश के साथ प्रदेश में व्यापक किसान आंदोलन विकसित करने की अपील की।
सम्मेलन में अखिल भारतीय किसान सभा के केरल के कन्नूर में होने वाले राष्ट्रीय महासम्मेलन के लिए प्रदेश से 20 सदस्यों के प्रतिनिधिमण्डल को भी चयनित किया।
सम्मेलन में 37 सदस्यीय राज्य कमेटी का चुनाव किया गया जिसमें 11 सदस्यों का सचिवमण्डल चुना गया। डॉ. कुलदीप सिंह तंवर को पुनः राज्याध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। राज्य महासचिव होत्तम सोंखला, और सत्यवान पुण्डीर पुनः राज्य वित्त सचिव होंगे।
उपाध्यक्ष की जिम्मेवारी कुशाल भारद्वाज, नारायण चौहान, पूर्ण ठाकुर व सतपाल को तथा राज्य सह सचिव देवकीनंद, गीता राम, प्यारेलाल वर्मा एवं राजेन्द्र ठाकुर को चुना गया। इसके अलावा जिला कमेटियों के अध्यक्ष एवं सचिव तथा फसल आधारित संगठनों के अध्यक्ष एवं सचिव राज्य कमेटी के सदस्य होंगे। डॉ. ओम प्रकाश तथा डॉ. राजेंद्र चौहान को विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में कमेटी में शामिल किया गया।