संधोल क्षेत्र में वन काटु सक्रिय पुलिस व वन विभाग निष्क्रिय।

धर्मपुर उपमंडल के संधोल क्षेत्र में इन दिनों अराजकता का माहौल बना हुआ है कुछ अराजक तत्वों द्वारा सरकारी भूमी से पेड़ काटकर कहीं बाहर ले जा कर बेचे जा रहे हैं मगर इस ओर पुलिस और वन विभाग निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। यहां बता दें कि जनवरी 2022 में संधोल क्षेत्र की कोठुवां व बैरी पंचायत के बीच ऊहलु फेर में एक व्यक्ति द्वारा 14 पेड़ों को काटा गया और उन्हें कहीं दूसरे शहर में जाकर बेच दिया गया इस बारे बैरी पंचायत प्रधान व सुरेंद्र मल्होत्रा पुत्र वीर सिंह निवासी कोठुवां ने वन विभाग को सूचित किया और वन विभाग ने मौके पर जाकर इसकी छानबीन की और पुलिस को इसकी एफ.आई.आर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया मगर पुलिस ने यह कह कर टाल दिया कि पहले इस जगह की निशानदेही कराओ कि यह सरकारी जगह है या मलकियत और यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया वन विभाग ने फिर इस जगह की निशानदेही के लिए राजस्व विभाग को लिखा और 5 महीने बाद इस जगह की निशानदेही राजस्व विभाग द्वारा दी गई और निशानदेही में पाया गया कि जो पेड़ काटे हैं उनमें से एक पेड़ मलकीयत जमीन पर और बाकी 13 पेड़ वन भूमि से काटे गए हैं इस बारे में वन अधिकारी देशराज कमलाह रेंज ने संधोल पुलिस को इन पेड़ों के काटे जाने के बारे में लिखित शिकायत दी, कि सुनील कुमार पुत्र खेमचंद गांव नड़ोल कोठुवां द्वारा सरकारी भूमि से 13 पेड़ काटे गए और इनका लगभग ₹90000 डैमेज बनता है मगर पुलिस चौकी संधोल अब भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और ना ही एफ.आई.आर दर्ज कर रही है इस बारे जब वन अधिकारी कमलाह रेंज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने विभाग की तरफ से इसके डैमेज रिपोर्ट बनाकर पुलिस को इस पर कार्यवाही करने के लिए लिखा है मगर पुलिस इस पर कार्यवाही नहीं कर रही है।इस बारे जब संधोल पुलिस चौकी में फोन पर संपर्क किया गया तो वह कुछ भी न बोल पाए और थोड़ी देर बाद फोन करने को कहा गया जब थोड़ी देर बाद फिर फोन किया तो अब फोन ही नहीं उठा रहे हैं और टालमटोल की नीति बनाए हुए हैं इस बारे जब डीएसपी सरकाघाट तिलक राज शांडिल्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वन विभाग का मामला है और वन विभाग अपने तौर पर इसकी वसूली करें।