विगत वर्षों में सम्पूर्ण राष्ट्र के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश ने भी विद्युतीकरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां प्राप्त की है
विगत वर्षों में सम्पूर्ण राष्ट्र के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश ने भी विद्युतीकरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां प्राप्त की है। यह विचार आज सांसद सुरेश कश्यप ने सुन्नी में आयोजित उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य के अंतर्गत बिजली महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि भारत उपयोग से अधिक अतिरिक्त विद्युत उत्पादन कर सक्षम राष्ट्र के रूप में उभर कर आया है। आज हमारी विद्युत क्षमता बढ़कर 4 लाख मैगावाट हुई है, जो हमारी मांग से 1 लाख 85 हजार मैगावाट अधिक है।
उन्होंने कहा कि आज भारत पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। 1 लाख 63 हजार सर्किट किलो मीटर संचारन लाइनें जोड़ी गई है, जो पूरे देश को एक सामान आवृति पर चलने वाले एक ग्रिड़ से जोड़ती है। लद्दाख से कन्या कुमारी और कच्छ से मयंमार सीमा तक यह दुनिया में सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड़ के रूप मंे उभरा है, जिसके माध्यम से देश के एक कोने से दूसरे कोने तक 1 लाख 12 हजार मैगावाट बिजली पहुंचा सकते हैं।
वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों से 40 प्रतिशत उत्पादन लक्ष्य को समय से 9 साल पूर्व ही नवम्बर, 2021 में प्राप्त कर लिया, जोकि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। भारत दुनिया में सबसे तेज गति से अक्षय ऊर्जा, क्षमता स्थापित कर रहा है। ग्रामीण विद्युतीकरण, घरेलू विद्युतीकरण के लिए भारत को विद्युतीकरण अभियान के रूप मंे पहचान मिली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश ने केन्द्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाते हुए विद्युत गुणवत्ता तथा विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता को बढ़ाया है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में विद्युतीकरण सम्बद्ध अधोसंरचना को मजबूत कर उपभोक्ताओं को बेहत्तर सेवाएं प्रदान की है। मुख्यमंत्री रोशनी योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों का विद्युत कनेक्शन मिलने में जहां आसानी हुई है वहीं 60 यूनिट से कम खपत वाले घरेलू उपभोक्ताओं को बिल में शत-प्रतिशत उपदान की सुविधा दी, जिसे जुलाई, 2022 से सरकार द्वारा 125 यूनिट किया।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त अनेक केन्द्र व प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से हिमाचल वासियों के जीवन स्तर को उन्नत और विकसित बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्हांेने कहा कि विद्युतीकरण के साथ-साथ प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की गई है।
कार्यक्रम में विद्युत उपलब्धियों पर आधारित 7 लघु फिल्मों को दिखाया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से 125 यूनिट मुफ्त बिजली एवं बिजली बचाने के बारे में लोगों को जागरूक किया। हास्य नाटक के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में विद्युत क्षेत्र के लाभार्थियों ने अपने विचार भी साझा किए।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
अधीक्षण अभियंता लोकेश ठाकुर ने सभी गणमान्यों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम एवं विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
उपमण्डलाधिकारी शिमला (ग्रामीण) निशांत ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश तथा जिला में बिजली के क्षेत्रों में अनेकों उपलब्धियां दर्ज की गई। समावेशी विकास के साथ-साथ प्रदेश के कोने-कोने तक बिजली पहुंचाई गई है।
खण्ड विकास अधिकारी बसन्तपुर राजेश्वर भाटिया ने सभी गणमान्यों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर कैलाश फेडरेशन के अध्यक्ष रवि मेहता, यहां से प्रत्याशी रहे प्रमोद शर्मा, मण्डलाध्यक्ष दिनेश ठाकुर,एसजेवीएनएल परियोजना मुख्य प्रभारी एसके सिंह, तहसीलदार सुनील चौहान, प्रधानाचार्य ललित शर्मा तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।