मौलाना शाहिद आदिल की दो किताब का धूमधाम से हुआ विमोचन.
अररिया की सरजमीं साहित्य के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रखती है अपनी पहचान
बिहार अररिया के जाने माने इल्मी शख्शियत और इस्लामिक स्कॉलर मदरसा इस्लामिया यतीम खाना अररिया के प्रिंसिपल मौलाना शाहिद आदिल कासमी के द्वारा लिखी गई दो उर्दू किताब का विमोचन समारोह गुरुवार को एक होटल में धूमधाम से किया । महान साहित्यकार रेणु और ईसा फरताब की सरजमीं के सपूत मौलाना शाहिद आदिल द्वारा लिखी गई पुस्तक गश्त बर गश्त और बामोदर किताब का विमोचन किया गया।
इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में इमारतें शरिया के नायब अमीर ए शरीयत मौलाना शमशाद रहमानी, प्रो सबदर इमाम कादरी और बिहार उर्दू एकेडमी के पूर्व सचिव मुश्ताक अहमद नूरी,आरिफ इकबाल के अलावा पूर्णिया किशनगंज और पटना के दर्जनों साहित्यकार और लेखक शामिल हुए।
मौके पर अतिथियों के हाथों दोनों किताब का विमोचन किया गया।
साहित्यकार और कहानीकार मौलाना शाहिद आदिल द्वारा लिखी गई है, दोनों किताब उर्दू में है। इनके दोनों किताब की अतिथियों ने प्रशंसा करते हुए कहा कि मौलाना शाहिद आदिल सीमांचल के एक होनहार और उभरते हुए साहित्यकार के रूप में अपनी बेहतर पहचान बनाई है। इससे पहले भी मौलाना शाहिद द्वारा तीन और किताब लिखी जा चुकी है।
इस मौके पर मौलाना वाहिद रहमानी , रजी अहमद तन्हा ,रफी हैदर अंजुम ,रहबान अली राकेश ,जसीम उद्दीन ,मुफ्ती इनामुल बारी ,मुफ्ती हुमायूं के अलावा अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम,जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम ,अरशद अनवर अलिफ,जेड ए मुजाहिद के अलावा दर्जनों लोग ने शाहिद आदिल द्वारा लिखी गई दोनों पुस्तक पर विस्तार से चर्चा की ।मंच का संचालन बहुस्न खूबी मो मुशीर आलम और मौलाना वाहिद रहमानी ने किया। इस मौके पर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के दानिशवरान लोग भी शामिल थे।