मनिहारी अंतर राज्य फेरी सेवा हुआ शुरू
साहिबगंज,आरएनएन। ट्रक से रंगदारी पार्किंग फी के नाम पर जबरन रंगदारी वसूली किए जाने के विरोध में 28 जून से बंद की गई साहिबगंज – मनिहारी के बीच चलने वाली अंतर राज्य फेरी सेवा को कटिहार जिला प्रशासन की ओर से वसूलीकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करने के मिले आश्वासन के बाद बुधवार से शुरू कर दी गई। दरअसल रेलवे के पार्किंग फीस के नाम पर बिहार के कटिहार जिला अंतर्गत मनिहारी के रेलवे गेट पर कथित रूप से 5 – 5 सौ रुपए प्रति कि जबरन अवैध वसूली की जा रही थी। जिस पर ट्रक संचालकों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। वही इसके विरोध में फेरी घाट के संचालक ने सेवा को अनिश्चितकालीन रूप से बंद करने का ऐलान किया था। इससे झारखंड से बिहार और बिहार से झारखंड आवागमन करने वाले सैकड़ों यात्रियों को आवागमन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। यात्री जहाज के अभाव में लोग जान जोखिम में डालकर नाव पर यात्रा करने को विवश थे। उधर कथित रंगदारी के विरोध में ट्रक ओनर एसोसिएशन के बैनर तले गरम घाट साहिबगंज में ट्रक मालिकों एवं ड्राइवरों की एक बैठक भी की गई थी। बताया गया था कि वाहन पार्किंग के नाम पर नियम के विरुद्ध बिहार के कटिहार जिला अंतर्गत मनिहारी में रेलवे गेट को पारकर आने-जाने के क्रम में प्रतिदिन ट्रक मालिकों से 5-5 सो रुपए प्रति ट्रक की वसूली की जा रही है। यह वसूली वाहन पार्किंग के नाम पर की जा रही है, जबकि उन लोगों का वाहन कहीं कोई पार्किंग नहीं होता है। बताया गया था कि ज्यादातर ट्रक ओनर गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर हैं। लोन पर ट्रक को खरीद रखा है। उनका व्यवसाय साहिबगंज से मनिहारी के बीच मालवाहक जहाज के माध्यम से होता है, ऐसे में रेलवे गेट पार करने के नाम पर उन लोगों से प्रतिदिन तकरीबन हजार रुपए की वसूली की जा रही है। यह वसूली केवल आर्थिक रूप से कमजोर और बाहर के ट्रक ओनर ओर से की जा रही है। जबकि कटिहार जिला के स्थानीय ट्रक ओनर को इस वसूली से मुक्त रखा गया है। इस प्रकार की अवैध वसूली से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में इसकी लिखित शिकायत कटिहार जिला प्रशासन और कटिहार रेल डिवीजन के प्रशासन से की गई थी। मंगलवार को फेरी सेवा के संचालकको कटिहार जिला प्रशासन के द्वारा मामले में जल्द कार्रवाई करने के आश्वासन दिए जाने के बाद बुधवार से यह सेवा को पुनः सुचारु कर दिया गया है। इससे यात्री जहाज के सहारे झारखंड से बिहार और बिहार से झारखंड आवागमन करने वाले सैकड़ों लोगों ने राहत की सांस ली है