भ्रमण कर लोगों को वज्रपात से बचाव के लिए एलईडी रथ करेगी जागरूक

■ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार बोकारो एवं वर्ल्ड विजन इंडिया बोकारो की संयुक्त पहल

बोकारो,आरएनएन । समाहरणालय परिसर से मंगलवार को उपायुक्त कुलदीप चौधरी, अपर समाहर्ता सादात अनवर,डीसीएलआर जेम्स सुरीन,आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति आदि ने हरी झंडी दिखाकर दो एलईडी जागरूकता रथ को रवाना किया। यह रथ जिले के विभिन्न प्रखंडों के भ्रमण कर आम लोगों को वज्रपात से बचाव को लेकर जागरूक करेगी।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार बोकारो एवं वर्ल्ड विजन इंडिया बोकारो की यह संयुक्त पहल है।

 

मौके पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि,आज दो एलईडी जागरूकता रथ को रवाना किया गया है। जो वज्रपात से बचाव को लेकर आम लोगों को जागरूक करेगी। जिले में वज्रपात की घटनाएं काफी होती है, इसलिए यह जागरूकता रथ रवाना किया जा रहा है। ताकि कम से कम क्षति हो। वज्रपात होने पर क्या करें और क्या नहीं करें इससे आम लोगों को आडियो – विजुअल के माध्यम से जागरूक किया जाएगा।यह रथ जिले के दोनों अनुमंडल चास – बेरमो के सभी प्रखंडों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगी।

मौके पर विशेष कार्य पदाधिकारी विवेक सुमन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल भारती, सामाजिक सुरक्षा सहायक निदेशक रवि शंकर, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, वर्ल्ड विजन के रुबेन चौहान, अनिल कश्यप आदि उपस्थित थे।

वज्रपात से बचने हेतु कुछ सरल सुरक्षा उपाय निम्न हैं :-

■जब आप घर के बाहर हों :-

बिजली से संचालित उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग ना करें।
ऐसी वस्तुए है जो बिजली की सुचालक है उनसे दूर रहे, धातु से बने पाइप, नल, फव्वारा, वाशबेसिन आदि के संपर्क से दूर रहें। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग न कर जूट या सुत की रस्सी का प्रयोग करें।
खिड़किया, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें।

■ जब आप घर के भीतर हों :-

ऊंचे वृक्ष बिजली को आकर्षित करते हैं, कृपया उनके नीचे न खड़े रहें। ऊंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें। समूह में न खड़े रहें, बल्कि अलग-अलग हो जाएँ।
किसी पक्के मकान में आश्रय लेना बेहतर है। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहें। मजबूत छत वाले वाहन में रहें, खुली छत वाले वाहन की सवारी ना करें।
बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाइक, बिजली या टेलीफोन का खम्भा, तार की बाड़, मशीन आदि से दूर रहें।
तालाब और जलाशयों से दूर रहें, यदि आप पानी के भीतर है अथवा किसी नाव में है तो तुरंत बाहर आ जाएँ।
बारिश के समय धातु के डंडे वाले छाते का उपयोग ना करें।
जब आप खेत खलिहान में काम कर रहे हैं।गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य कार्य कर रहें किसान तथा मजदूर या तालाब में कार्य कर रहे व्यक्ति तुरंत सूखे एवं सुरक्षित स्थान पर जाएं।
धातु से बने कृषि यंत्र, डंडा आदि से अपने को दूर कर लें।किसी सुरक्षित स्थान में शरण ले पाने में असमर्थ हों, जहां हैं वहीं रहें, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे- लकड़ी, प्लास्टिक,बोरा या सूखे पत्ते रख लें।
जमीन पर कदापि न लेटें। दोनों पैरों को आपस में सटा लें एवं दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथासंभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न छुआयें। जब आप जंगल में हो बौने एवं घने पेड़ों की शरण में चले जाएं।प्रत्येक द्वितीय तल से अधिक भवनों में वज्रपात से बचाव के लिए ताड़ित रोधक अवश्य लगाएं।

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