बूढ़ी दिवाली: लोगों ने मशालों से एक-दूसरे पर किया वार, अश्लील जुमलों के साथ ढोल-नगाड़ों की थाप पर किया नृत्य

हिमाचल प्रदेश के सराज विधानसभा क्षेत्र के डाहर गांव में आराध्य देव शैटीनाग को समर्पित बूढ़ी दिवाली बुधवार रात को धूमधाम के साथ मनाई गई। देव परंपरा व पौराणिक मान्यता के अनुसार मशालें व अश्लील जुमलों से भूत-पिशाच भगाए गए। यहां बूढ़ी दीवाली हर साल मनाई जाती है। एक वर्ष दिवाली चेत गांव और एक वर्ष डाहर में मनाई जाती है। इस वर्ष सराज के डाहर में यह धूमधाम के साथ मनाई गई। इसमें अश्लील जुमले कसते हुए ढोल-नगाड़ों की थाप पर हारियानों ने नृत्य किया और पुरानी परंपरा का निर्वहन किया। बूढ़ी दीवाली में गांवों के लोगों के बीच लड़ाई भी होती है। गांवों के लोग मशालों से एक-दूसरे पर वार करते हैं। इस दौरान नियम का पालन करना जरूरी होता है। अन्यथा व्यक्ति को दंडित किया जाता है। ऐसा दावा है कि इस लड़ाई में किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आती है और न ही किसी व्यक्ति के कपड़े जलते हैं। इस दौरान देवता की शक्तियां साथ होती हैं।