बिहार विधानसभा में बुधवार को हंगामा तय, नीतीश सरकार को साबित करना है बहुमत
बिहार विधानसभा में नव गठित नीतीश सरकार के बहुमत साबित करने के लिए आहूत दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन बुधवार को हंगामे के पूरे आसार हैं ।
24 और 25 अगस्त को बिहार विधानसभा और 24 अगस्त को परिषद की विशेष बैठक बुलाई गई है। इस विशेष सत्र में नीतीश सरकार विश्वासमत हासिल करेगी । साथ ही सत्तारूढ़ दलों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से विधानसभा अध्यक्ष बने श्री विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है । कल ही इस प्रस्ताव पर भी सदन में चर्चा होगी। इसके पहले ही सत्तारूढ़ दलों की तरफ से अध्यक्ष पर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने का दबाव दिया जा रहा । हालांकि श्री सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात को सिरे से खारिज कर दिया है । बुधवार का दिन बिहार विधानसभा में काफी अहम होगा। सत्तारूढ़ दल की तरफ से कहा गया है कि वह अध्यक्ष को आसन पर नहीं बैठने देंगे । इसके कारण सदन में हंगामा होना तय है ।
उधर विशेष सत्र से पहले मंगलवार को बिहार भाजपा विधानमंडल दल की बैठक रात तक हुई। प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष एवं सांसद संजय जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में सत्तारूढ़ दल को घेरने की रणनीति पर विचार किया गया। बैठक में पार्टी मामलों के सह प्रभारी हरिश द्विवेदी भी मौजूद रहे। विधायकों और विधान पार्षदों की बैठक में पार्टी नेतृत्व की तरफ से कहा गया कि सदन में शालीनता के साथ आक्रामक रहना है।
बिहार में मौजूदा राजनीतिक हालात पर विधायकों के साथ ही विधान पार्षदों ने भी अपने अपने विचारों को रखा। नेतृत्व की तरफ से सभी विधायकों-विधान पार्षदों से सदन की कार्यवाही में पूरी तैयारी से भाग लेने को कहा गया है । भाजपा अब विपक्ष में बैठेगी,लिहाजा सरकार को घेरने को लेकर पूरी योजना तैयार की गई है।
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से इस्तीफा देकर महागठबंधन के मुख्यमंत्री बन गये हैं। ऐसे में भाजपा अब विपक्ष की भूमिका में है। विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष का नेता कौन होगा इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे थे। हालांकि आज विधानमंडल दल की बैठक में इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
उपाध्याय शिवा