बिलासपुर की कुह-मुझवाड में एक बार फिर बरसात का कहर
सुमन डोगरा
बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत कुह-मुझवाड में एक बार फिर बरसात का कहर देखने को मिला है। बीती रात हुई तेज बारिश के चलते गांव धाडत में बड़ा लैंडस्लाइड हुआ है, जिसकी चपेट में चार कमरों वाली पशुशाला आ गई और एक पुराने मकान को भी खतरा हो गया है। मलबे में दबने से 15 मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना में लगभग 10 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को 30 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की गई है।गौशाला ध्वस्त होने से 2 भैंसें, 1 कटड़ा और 16 बकरियां मलबे में दब गईं। जमींदोज हुई गौशाला का मलबा हटाने के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि मलबे में दबी 4 बकरियों को बचा लिया गया, लेकिन बाकी सभी मवेशी दम तोड़ चुके थे। पता चलते ही गांव के लोगों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर घुमारवीं से एसडीएम राजीव ठाकुर की अगुवाई में एक टीम भी धाड़त गांव पहुंच गई थीएसडीएम ने बताया कि पीड़ित परिवार को फौरी राहत के तौर पर 30 हजार रुपये दिए गए हैं। वहीं, लैंडस्लाइड के चलते गांव का रास्ता भी बंद हो गया है। इससे पहले भी कुह-मझवाड पंचायत के भगोट गांव में बादल फटने से तीन परिवारों के घरों और गौशालाओं को काफी नुकसान पहुंचा था, जिसके बाद अब इसी पंचायत के धाडत गांव में लैंडस्लाइड का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, धाडत में रात से ही तेज बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। स्थानीय ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि यह गोशाला उनकी थी जिसके चार कमरे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इस घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम घुमारवीं, नायब तहसीलदार और पटवारी और पुलिस की टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंच कर कारवाई आरंभ कर दी थी।