पुश टेक्नोलॉजी से बनने वाला हिमाचल का पहला पुल

सोलन, 03 जनवरी : जनवरी माह के अंत तक हिमाचल प्रदेश की जनता को प्रदेश का पहला पुश टेक्नोलॉजी से बनने वाला हिमाचल का पहला पुल मिल जाएगा। पुल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। यह पुल हिमाचल के सोलन जिला में NH-5 टीटीआर के पास परमाणु बाईपास पर बन रहा है। पुल लगभग 160 से 165 मीटर लंबा व 1000 टन से भी अधिक वजनी है।

नई तकनीक से बनाए जा रहे इस पुल को बनाने में एक खास बात यह भी है, इसमें मात्र एक पिलर का इस्तेमाल किया गया है और इस पुल के बनाए गए पूरे ढांचे को एक किनारे से धकेलते हुए आगे भेज कर रोड के साथ जोड़ा जाएगा। काम पूरा होने के बाद अब दोनों सिरों को जोड़ना और थोड़ा काम बाकी रह गया है। 

बता दें कि इस पुल के निर्माण के चलते इसका मटेरियल सड़क के एक किनारे रखा होने के कारण लंबे समय से सड़क की एक साइड बंद है। एक साइड ओपन है जिस पर दोनों तरफ का ट्रैफिक आता जाता है। जिस कारण इस पॉइंट पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। वीकेंड्स पर ये समस्या और भी गंभीर हो जाती है। कई बार कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है। इस पूल के चालू हो जाने से न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या हल होगी बल्कि लंबे जाम से भी निजात मिलेगी।

आपको बता दें कि इस पुल को बनाने में लोहे का सर्वाधिक इस्तेमाल किया गया है।परवाणू टीटीआर के समीप जहां यह पुल का निर्माण किया जा रहा है। वहां पहाड़ी की ओर से पहाड़ काटकर रोड बनाने की काफी कोशिश की गई, परंतु पहाड़ी से गिरते पत्थरों व मलबे के कारण इस जगह रोड बनाने में नेशनल हाईवे बनाने वाली कंपनी को भारी दिक्कत आती गई।

इन सभी परेशानियों के चलते नेशनल हाईवे विभाग व सरकार ने पुश टेक्नोलॉजी से पुल बनाने का निर्णय किया, जिसे अब पूरी सफलता के साथ बनाकर पूरा किया जा रहा है।

 

 

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