नौणी के छात्रों ने ज्ञानोत्सव में उद्यमिता कौशल का किया प्रदर्शन
सोलन
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के बीएससी बागवानी के छह छात्रों ने हाल ही आयोजित ज्ञानोत्सव-भारत आत्मनिर्भर शिक्षा में भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन एजुकेशन कल्चर अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा आईसीएआर के सहयोग से किया गया। आयोजन का प्रमुख विषय ‘शिक्षा के साथ आत्मनिर्भर भारत और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ का कार्यान्वयन था।
इस आयोजन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को सफलतापूर्वक लागू करने पर व्यापक चर्चा एवं विचार-विमर्श किया गया। देश भर से विश्वविद्याललों के कुलपतियों, निदेशकों, वरिष्ठ शिक्षाविदों, शैक्षिक संस्थानों के प्रमुखों, डीन आदि सहित 800 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों और 3000 छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
नौणी विवि के छात्रों ने इस कार्यक्रम में अपनी उद्यमशीलता की गतिविधियों का प्रदर्शन किया। श्वेता श्रेय, साहिल कांत, सुमिता श्योरण, अभिषेक, सुनील ठाकुर और करण कौशल ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और मशरूम, सूखे फूल, खाद्य और बेकरी उत्पाद, हर्बल चाय और व्यर्थ मंदिर के फूलों से बनी अगरबत्ती पर अपने उद्यमिता कौशल दिखाया। श्वेता श्रेय को डीडीजी (शिक्षा) द्वारा राष्ट्रीय सभा के सामने अपने विचार साझा करने का मौका भी दिया गया। श्वेता ने शानदार ढंग से विवि में चल रही आईडीपी परियोजना द्वारा प्रायोजित कौशल विकास कार्यक्रमों के बारे में बताया। छात्रों द्वारा आयोजित स्टाल को सभी के द्वारा बेहद पसंद किया गया।
विश्वविद्यालय में संस्थागत विकास योजना-आईडीपी परियोजना विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को उद्यमशीलता कौशल प्रदान कर रही है और भाग लेने वाले छात्र इन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लाभार्थी हैं। डॉ. मनीष कुमार, डीन औदयानिकी महाविद्यालय और डॉ. पीएल शर्मा, डीन औदयानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय थुनाग ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने छात्रों को सफल प्रयास के लिए बधाई दी।