डेरा बाबा रूद्रानंद में पीपल चूरी महोत्सव पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
डेरा बाबा रूद्रानंद में पीपल चूरी महोत्सव पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
स्वामी सुग्रीवानंद महाराज से लिया आशीर्वाद
मंत्रोच्चारण के बीच पीपल के पांचों पेड़ों की पूजा अर्चना की
ऊना। उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है डेरा बाबा रूद्रानंद में पीपल चूरी समारोह का आयोजन किया गया। डेरा परिसर में प्राचीन काल से स्थित पीपल के पांच पेड़ों की पूजा-अर्चना इस महोत्सव में ऋषि मुनियों की तरह की जाती है। कार्यक्रम के लिए डेरा परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। चूरी महोत्सव में भाग लेने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु डेरा परिसर पहुंचे। इस मौके पर आश्रम के अधिष्ठाता वेदांत आचार्य एवं विद्या अलंकार स्वामी सुग्रीवानंद महाराज की अगुवाई में विधिवत मंत्रोच्चारण के बीच पीपल के पांचों पेड़ों की पूजा अर्चना की। डेरा परिसर में इन पांचों पीपल के पेड़ों का इतना महत्व माना जाता है कि किसी को यदि सर्पदंश हो जाए तो इन पेड़ों के नीचे रखने से जहर का असर भी दूर हो जाता है, किसी पर कोई बुरा साया हो या कोई गंभीर रोग हो तब भी इन पेड़ों के आश्रय में आकर उसे स्वास्थ्य लाभ होता है। बताया जाता है कि इस स्थल पर पांच ऋषि उन्हें तपस्या की थी जो आगे चलकर इन पीपल के पेड़ों के रूप में यहीं पर स्थापित हुए। पूजा अर्चना करने के बाद चूरी का प्रसाद चढ़ाया गया, इस महोत्सव के लिए न केवल जिला व कि प्रदेश के अन्य जिलों और देशभर के अन्य राज्यों से भी हजारों श्रद्धालु आश्रम आते हैं। वही इस महोत्सव के प्रसाद के लिए भी विदेशों श्रद्धालु विशेष रूप से महोत्सव में भाग लेने के लिए यहां पहुंचते हैं।