झूठ बोलकर भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री : राजेश धर्माणी अपने ही रिश्तेदार को दिलवा दिया मिनी सेक्ट्रिएट निर्माण का टेंडर
मिनी सेक्ट्रिएट का शिलान्यास जब सीएम ने कर दिया तो भूमि पूजन की क्या आवश्यकता
सुमन डोगरा
बिलासपुर
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पर आरोप लगाया है कि वह लगातार झूठ बोल रहे हैं और लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घुमारवीं में मिनी सेक्ट्रिएट का भूमि पूजन किया गया और गुणगान किया जा रहा है कि इस पर 26 करोड़ रूपए व्यय होंगे लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि अभी तक मात्र छह करोड़ रूपए ही इस मद में आए हैं और जो टेक्निकल अप्रूवल है वह भी 18 करोड़ रुपयों की है ऐसे में गुमराह करने का प्रयास मंत्री द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात तो यह है कि मंत्री महोदय अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए ही इस तरह के विकास कार्यों को करवा रहे हैं क्योंकि जो घुमारवीं के मिनी सेक्ट्रिएट का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है वह भी मंत्री का रिश्तेदार है और उसे 18 करोड़ रुपयों का टेंडर दे दिया गया है। जबकि लोक निर्माण विभाग ने जो टेंडर के लिए शर्ते रखी थी उन्हें पूरी नहीं करता और ना ही लोक निर्माण विभाग ने इस बारे में किसी प्रकार की कोई रोक उस पर लगाई है कि वह टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं करता। केवल मंत्री के कहने पर उसे यह टेंडर दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंत्री महोदय इस बात की जानकारी भी आम जनता को दें कि जो विभिन्न विभागों के कार्यालय भवन हैं उनका क्या किया जाएगा। क्या उन भवनों को अपने चहेतों को सब्जी मंडी की तरह लीज पर दे देंगे। या उनको बेच देंगे क्योंकि मिनी सेक्ट्रिएट बनने के बाद कार्यालय खाली हो जाएंगे। इन भवनों के बारे में क्या नीति बनाई गई है इसका भी खुलासा मंत्री महोदय को करना चाहिए। धर्माणी ने कहा कि हैरानी तो इस बात की है कि जब मुख्यमंत्री ने इस मिनी सेक्ट्रिएट का शिलान्यास कर दिया था तो भूमि पूजन करने का ड्रामा क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह से तो यह लगता है कि जब बजरी डाली जाएगी तब भी भूमि पूजन होगा। जब सरिया डाला जाएगा तब भी भूमि पूजन होगा। असल में मंत्री इस कार्यकाल में विकास कार्य करने में नाकाम रहे हैं। पौने 5 साल के बाद उन्हें यह याद आई है कि इस तरह के कार्य भी किए जाएं ताकि जनता को भ्रम में डाला जा सके। उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक आ गए हैं तो इस तरह की ड्रामेबाजी शुरू हो गई है जो कि उचित नहीं है। उन्होंने खाद्य आपूर्ति मंत्री से इन सवालों का जवाब मांगा है।