गांधी इन शिमला, बापू के जीवन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण दस्तावेज: राजमोहन गांधी हिमाचल के लेखक विनोद भारद्वाज ने राजमोहन गांधी को भेंट की अपनी पुस्तक गांधी -इन-शिमला
सोलन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते इतिहासकार, लेखक एवं शिक्षाविद् राजमोहन गांधी को हिमाचल प्रदेश के स्तंभकार एवं लेखक विनोद भारद्वाज ने कसौली में 11वें खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दौरान अपनी पुस्तक गांधी इन शिमला भेंट की।
इस पुस्तक का प्रकाशन भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के तहत हिमाचल राज्य संग्रहालय, शिमला ने वर्ष 2021 में किया है। इस पुस्तक में गांधी जी की वर्ष 1921 से 1946 के मध्य शिमला प्रवास, ठहराव, वर्ष 1921 व 1931 में जनसभाएं तथा गांधी- स्टोक्स के संबंघों का विस्तृत विवरण है। शिमला को 10 यात्राओं के अलावा वर्ष 1920 में गांधी जी की डगशाई यात्रा तथा यहां बंदी आयरिश सैनिकों के साथ भेंट का भी उल्लेख है।
राजमोहन गांधी ने पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक शोधकर्ताओं, गांधी के जीवन के उन पलों का स्मरण करवाता है, जब उनके कदम पहाड़ों पर पड़े। उन्होंने लेखक विनोद भारद्वाज के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्हें मालूम तो था कि उनमें दादा स्वतंत्रता संग्राम के वक्त शिमला आए, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं था। यह पुस्तक गांधी के जीवन से जुड़ा यह महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
इस मौके पर पूर्व आईएएस अधिकारी एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व निदेशक दिनेश मल्होत्रा, वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक आदित्यकांत भी उपस्थित थे।