कॉल नेगी का रामपुर विधानसभा से चुनाव लड़ना गैरकानूनी- प्रेम
एसडीएम रामपुर ने अपतिया खारिज की। तहसीलदार रामपुर कौल नेगी नेगी का कर रहे बचाव।
इन इन बातों पर बड़ी उछल कूद हो रही है। कहां जा रहा है कि उनके हक में अंतिम फैसला हो गया है एसडीएम व तहसीलदार ने न्याय को थोड़ी देर के लिए टाल दिया है, मामला खत्म नहीं हुआ है।यह कहना है प्रदेश अंबेडकर बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रेमसिंह धरैक़ का, वे आज बुधवार को rampur के होटल लिटिल शेफ में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम न्याय के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे। माननीय उच्च न्यायालय ने जिला प्रशासन को अपनी गलती सुधारने का एक मौका दिया था लेकिन जयराम जी के इशारे पर शिमला जिले का पूरा प्रशासनिक अमला झूठ को सच साबित करने में जुटा हुआ है। फैसले पहले लिए जाते हैं सुनवाई बाद में होती है। जयराम के प्रत्याशी के पास दो-दो प्रमाण पत्र हैं। एक जेब में एसटी का व दूसरे जेब में एस सी का। एक तरफ तो वे किन्नौर के निवासी है तो दूसरी तरफ रामपुर के, एक प्रमाण पत्र में इनकी जाती एससी इनकी एक जाति किन्नोरा है तो दूसरी जाति कोली है यह दो जगह के स्थाई निवासी है रामपुर व निचार। तहसीलदार रामपुर को कौल नेगी का एससी का सर्टिफिकेट बनाने की कोई पावर नहीं है। कौल नेगी ने एएससी प्रमाण पत्र के लिए तहसीलदार रामपुर को प्रार्थना पत्र दिया उस पर दो जगह से रिपोर्ट बनाई गई। रामपुर मुहाल से कौल सिंह रामपुर के निवासी है इत्यादि ।
मुहाल निगुलसरी तहसील निचार से नजरी शजरा नसब बनाया और जाति कोली लिख दी। असल शजरा नसब में जात किनौरा है । साथ में जो एसडीएम निचार ने 2004 मै एससी का प्रमाण पत्र दे रखा है परंतु उसकी प्रति जमा नहीं की क्योंकि ऐसा कोई प्रमाण पत्र है ही नहीं इसी को आधार मानकर तहसीलदार रामपुर गलती पर गलती कर रहे हैं । क्योंकि कौल नेगी निचार से 2002 में उन्हें ऐसी का प्रमाण पत्र दे रखा है एससी का प्रमाण पत्र किसी भी सूरत में नहीं बनना था। रामपुर से दिया गया प्रमाण पत्र गैरकानूनी वह अमान्य है। जय राम जी की पार्टी ने योजना बध तरीक़े से अ.ज. जा.के व्यक्ति को रामपुर से प्रत्याशी उतारा है और यह योजना यही पर रुकने वाली नही है अगली बार रोहड़ू आनी विधान सभा से भी एस टी का उम्मीदवार उतरेगा।2024 के चुनाव में शिमला संसदीय सीट से भी ऐसा ही व्यक्ति जयराम उतारेंगे । सविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है वह एक वर्ग को अपमानित पर दंडित किया जा रहा है। इस अपमान का जवाब रामपुर की जनता 12 नवंबर को दे देगी। इसके साथ-साथ हम कानूनी हक की लड़ाई भी लड़ रहे हैं।