“किन्नौर में बादल फटने से भारी तबाही, सड़कें व पुल बहे, लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागे”
हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर में सोमवार देर शाम बादल फटने से भारी तबाही मची है। पूह ब्लाक के तहत शलखर गांव में भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने के बाद आई बाढ़ में सड़कों सहित पुल और सेब के बगीचे भी बह गए हैं। मलबे की चपेट में कई वाहन भी आए हैं। प्रशासन मंगलवार सुबह नुकसान का आकलन करने पहुंच गया है। गनीमत रही है कि इस तबाही में जानी नुकसान नहीं हुआ है। बताया जा रहा है शलखर गांव में बादल फटने से जल शक्ति विभाग की चार सिंचाई कूहल क्षतिग्रस्त हो गई हैं। बस स्टाप पर खड़े वाहन भी बाढ़ की चपेट में आए हैं। शलखर पंचायत दो हिस्सों में बंटी हुई है। इसमें ऊपरी और निचले गांव में लोग अलग-अलग रहते हैं। बाढ़ आने पर लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भाग निकले। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ बसे निचले गांव में 30 मकान हैं, इनमें पानी व मलबा घुसने से नुकसान हुआ है और एक मकान पूरी तरह से दब गया है।
वहीं इसी निचले गांव में पैरामिलिट्री का एक कैंप भी था। गांव के लोगों के साथ यह सभी ऊपर के गांव में शिफ्ट हो गए हैं। इस पूरे घटना में दो मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं। बादल फटने के कारण निचले गांव के पांच नालों में पानी उफान पर है।
सात के दिनों में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल घटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के मामले आहे बगाहे सामने आते रहते हैं जिसमें भारी नुकसान देखना पड़ता है गत दिनों जिला कुल्लू में हुई बादल घने बादल फटने की घटना के बाद अब जनजातीय जिला किन्नौर में भी बादल फटने की घटना सामने आई है जिसमें चांगो क्षेत्र के शालखार गांव में भारी तबाही हुई है यहां पानी की 6 कुहलें क्षतिग्रस्त हो गई साथ ही कई गाडियां भी मलबे में दब गई है। लोगों के घरों में पानी घुस गया जिस से भीतर रखा सारा सामान खराब हो गया ।