कार्यक्रम में पंधरा नन्हे बच्चों ने भाग लिया तथा 50 अभिभावक उपस्थित हुए।
प्रारंभिक तौर पर अभिभावक और शिक्षक बच्चों को सामान्य व्यवहार खेल तथा पहचान के माध्यम से उनकी प्रतिभा को तराशने के लिए परस्पर सहयोग से कार्य करें। यह विचार सैंपलिंग प्ले वे स्कूल की प्रधानाचार्य कुसुम कुठियाला ने स्कूल के 17वें अभिभावक शिक्षक कार्यक्रम के उपरांत अपने संबोधन में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन बच्चों के अभिभावकों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए सदैव प्रयासरत रहता है। उन्होंने कहा कि स्कूल सॉफ्ट वाला नन्हे बच्चों की बहुआयामी प्रतिभा को निखारने तथा उन्हें अपनी संस्कृति के साथ जुड़ाव के लिए शैक्षणिक दिनचर्या के साथ-साथ सांस्कृतिक व्यवहारिकता को भी दिनचर्या में समाहित किया जाता है।
इस अवसर पर अपने 35 वर्ष के शैक्षणिक अनुभव को भी साझा किया।
उन्होंने बताया कि नन्हे बच्चों ने शिव स्तुति और भगवान शिव तथा पार्वती की पूजा करते हुए भगवान गणेश के चित्रण साथ अपने माता-पिता के लिए कई तरह के प्रदर्शन किए।
बार्बी थीम पर स्कूल की नन्ही छात्राओं द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसमें स्कूल की रोजमर्रा की जिंदगी की मजेदार कहानियां सम्मिलित थे जिसमें सभी माता-पिता को भी हर्षोल्लास के साथ शामिल किया गया।
कार्यक्रम का समापन मस्ती की पाठशाला गाने पर सभी बच्चों द्वारा सम्मिलित होकर नृत्य से किया गया। बच्चों में अपने माता पिता को प्रेम एवं प्रशंसा संदेश के साथ स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
कार्यक्रम में पंधरा नन्हे बच्चों ने भाग लिया तथा 50 अभिभावक उपस्थित हुए।